Dekho meri Zindgi ja rhi hai

 मेरी ज़िंदगी जा रही हैं 

Meri Zindgi shayari

इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो 
जब तुम राह में कभी ,
यु लगता हैं करीब से 
ज़िंदगी जा रही हो जैसे 

Meri Zindgi

Mil jate ho itefaq se 
jab tum rah me kabhi
yu lagta hai karib se
Meri Zindgi ja rhi ho jaise

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