Dard Sahne ki Aadat ho Jaye
जब दर्द सहने की आदत हो जाए
जब दर्द सहने की
आदत हो जाती है ना,
तो आंसू आना खुद ही
बंद हो जाता हैं
Dard Shayari
Jab Dard Sahne ki
Aadat ho jati hai na,
to Aansu aana khud hi
band ho jata hain
इंसान अपनों से टूट जाता हैं
कभी कभी इंसान
ना टूटता है
ना बिखरता हैं
बस हार जाता हैं
कभी खुद से
कभी किस्मत से
तो कभी अपनों से
दर्द सहने की आदत
दर्द सहने की आदत
डालिये जनाब,
क्योकि इस रंग बिरंगी दुनिया में
ना तो कोई सपना हैं
ना ही कोई अपना हैं
दर्द तो दर्द ही होता है
दर्द तो दर्द ही होता है जनाब
चाहे वो सपने टूटने से हो ,
या अपनों के रूठने से हो,
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