Pyar na Sahi Shikyat hi kar de
प्यार ना सही शिकायत ही कर दे
Sad Shayari in Hindi
तरस गए हैं तेरे मुँह से
कुछ सुनने को हम ,
प्यार की बात ना सही
कोई शिकायत ही कर दे।
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वहाँ भी सब्र कर लिया मैंने
जंहा मुझे रोना था
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जीना चाहा तो ज़िंदगी से दूर थे हम
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम
सर झुका कर कबूल कर ली हर सजा
बस कसूर इतना था की बेकसूर थे हम
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पहले दिन गुजर जाते थे,
बातें ख़तम नहीं होती थी ,
अब दिन ख़त्म हो जाते हैं
बाते सुरु ही नहीं होती
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सितम हमारे सारे
छांट लिया करो,
नाराजगी से अच्छा हैं
डाँट लिया करो
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